अंतरराष्ट्रीय शर्मिंदगी के बाद हरकत में पाकिस्तान: भिखारियों और अधूरे दस्तावेज़ वालों पर विदेश यात्रा बैन

Mohsin Naqvi on Pakistani beggars abroad: कुछ दिनों पहले अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी बेइज़्ज़ती करवाने के बाद पाकिस्तान ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। बीते समय में सऊदी अरब ने 24 हज़ार पाकिस्तानियों को भीख मांगने के आरोप में देश से निकाल कर वापस पाकिस्तान डिपोर्ट कर दिया था। अब इस मामले पर पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने भी कदम उठाया है। मोहसिन ने घोषणा की है कि अब भिखारियों और अधूरे दस्तावेजों के साथ यात्रा करने वाले लोगों को विदेश नहीं जाने दिया जायेगा। नकवी ने कहा कि पाकिस्तानी भिखारियों के दूसरे देश में जाकर भीख मांगने से पाकिस्तान की छवि पर गलत असर पड़ रहा है। इससे पाकिस्तान और हज आदि करने वाले तीर्थयात्रियों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
ये कदम सऊदी अरब द्वारा पाकिस्तानियों को डिपोर्ट करने के बाद उठाया गया है। दरअसल, कुछ दिनों पहले पाकिस्तान की फ़ेडरल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी ने नेशनल असेंबली की समिति को एक ब्रीफिंग दी, जिसमें ये खुलासा किया गया कि साल 2025 में सऊदी अरब ने लगभग 24,000 पाकिस्तानी नागरिकों को भीख मांगने के आरोप में वापस पाकिस्तान भेज दिया है। सऊदी के उच्च अधिकारियों का कहना है कि पाकिस्तान के कई नागरिक उमराह और पर्यटक वीजा का इस्तेमाल करके सऊदी आ जाते हैं। फिर मक्का और मदीना जैसे पवित्र तीर्थस्थलों पर आकर भीख मांगते हैं, जिससे उन स्थलों की छवि धूमिल होती है। (Saudi Arabia deports Pakistanis)
(professional beggars Pakistan) जानकारी के अनुसार, सऊदी अरब अकेला ऐसा देश नहीं है। सऊदी के साथ साथ संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और अजरबैजान ने भी इस साल कई पाकिस्तानी भिखारियों को वापस उनके देश भेजा है। फेडरल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी के जारी किये गए आंकड़ों के मुताबिक, पाकिस्तान ने इस तरह के अवैध प्रवास को रोकने के लिए 2025 में ही विदेश यात्रा करने वाले यात्रियों में से 66 हज़ार यात्रियों को एयरपोर्ट पर ही रोक दिया था। बावजूद इसके, साल 2025 में भीख मांगने के आरोप में सऊदी ने 24,000 पाकिस्तानियों को डिपोर्ट किया, दुबई ने 6,000 और अज़रबैजान ने 2500 पाकिस्तानी भिखारियों को निकाल दिया।
नकवी ने ऐसे लोगों को चेतावनी दी है कि जो भी व्यक्ति पाकिस्तान को बदनाम करने वाले काम करेगा, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पाकिस्तान की इज्ज़त और यात्रियों की सुविधा उनके लिए पहली प्राथमिकता रहेगी।
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