SAT, 27 DECEMBER 2025

ओला-उबर में जल्द चुन सकेंगी महिला ड्राइवर: नयी गाइडलाइन्स जारी, जेंडर चॉइस ऑप्शन होगा अनिवार्य, इन-ऐप टिपिंग फीचर भी जुड़ेगा

news image
राष्ट्रीय
25 Dec 2025, 06:35 pm
108 देखें
रिपोर्टर : Dushyant

Motor Vehicle Aggregator Guidelines 2025: अगले साल से कैब राइडिंग फैसिलिटी देने वाले ओला, उबर और रैपिडो जैसे एप में महिलाओं की सुरक्षा की दृष्टि से एक नया फीचर जुड़ने जा रहा है। जल्द ही राइड बुक करने के दौरान आपको ड्राईवर का जेंडर भी सेलेक्ट करने का ऑप्शन मिलेगा। इससे महिला यात्री अब अपनी ट्रिप के लिए महिला ड्राईवर को चुन सकेंगी। इसी के साथ, अब आप ड्राइवर को In-App टिप भी दे सकेंगे, जो पूरी की पूरी ड्राइवर को मिलेगी।


दरअसल, केंद्र सरकार ने मोटर व्हीकल एग्रीगेटर्स गाइडलाइंस, 2025 के खंड 14 और 15 में कुछ बदलाव किए हैं। यह संशोधन यात्रियों की सुरक्षा को बढ़ाने के लिए किया गया है। (women safety in cab apps) खासकर महिला यात्रियों की सुरक्षा को दृष्टि में रखकर ये कदम लिया गया है। केंद्र ने सभी राज्यों को जल्द से जल्द इन नियमों को लागू करने के लिए कहा है।


क्या कहता है संशोधन


खंड 14.16 और 15.6 में हुए संशोधन के अनुसार, अब कैब राइडिंग वाले एप को राइड बुक करते वक़्त यात्री को सेम जेंडर का ड्राइवर का फीचर रखना होगा। साथ ही, विशेषकर महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए बुकिंग के दौरान महिला ड्राइवर चुनने का ऑप्शन भी रखना होगा। (female driver option in cab apps)

(in-app tipping guidelines) इसके साथ खंड 14.15 के अनुसार, एप कंपनियों को यात्रियों के लिए ड्राइवर को टिप देने का फीचर भी जोड़ना होगा। हालाँकि, टिप देने का ऑप्शन केवल यात्रा पूरी होने के बाद ही सामने आएगा। बुकिंग के समय से लेकर यात्रा के दौरान ये ऑप्शन एक्टिव नहीं होगा, केवल यात्रा पूरी होने पर ही टिप दी जा सकेगी। टिप की संपूर्ण राशि भी एप कंपनी द्वारा बिना कोई कटौती किये सीधे ड्राइवर को देनी होगी।


साथ ही, एप में टिपिंग को लेकर एप में ऐसा कोई भी सिस्टम नहीं होना चाहिए, जो भ्रामक हो किसी प्रकार की हेरफेर करे। ऐसा करना उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम का उल्लंघन होगा।


कब से होगा लागू


जारी किये गए नोटिफिकेशन में नियमों को लागू करने की अभी कोई निश्चित तारीख नहीं दी गयी है। आम तौर पर ऐसी अधिसूचनाओं को जारी करने की तारीख से ही प्रभावी माना जाता है। लेकिन जुलाई 2025 में जब मोटर व्हीकल एग्रीगेटर्स की मूल गाइडलाइंस जारी हुई थी, तब राज्यों को नए नियमों को लागू करने के लिए 3 महीने का समय दिया गया था। संभव है कि इस बदलाव के लिए भी ऐसा ही कुछ हो। हालाँकि, फ़िलहाल तो इस संशोधन के लिए कोई समय सीमा नहीं आई है।


लागू करने की शर्तें


(Guidelines for Cab Apps like Ola, Uber, Rapido, Etc.) ये नयी गाइडलाइन्स केंद्र सरकार द्वारा जारी की गयी है और राज्य सरकार को इन गाइडलाइन्स को अपनी लाइसेंसिंग प्रक्रिया में जोड़ना होगा। एग्रीगेटर्स कंपनी को जल्द से जल्द नए फीचर्स को अपने एप में अपडेट करना होगा। अगर कंपनी को अपना लाइसेंस कंटिन्यू रखना है, तो इन फीचर्स को जोड़ना होगा। ऐसा नहीं करने की स्थिति में कंपनी का लाइसेंस रद्द किया जा सकता है।


संभव है कि सरकार इन बदलावों को एप में जोड़ने के लिए कुछ समय देंगी, लेकिन कंपनी के लिए ऐसा करना ज़रूरी होगा।


देश में नहीं है इतनी महिला ड्राइवर


कंपनी के मेनेजर्स और इस फील्ड के एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस समय ये कदम इतनी जल्दी प्रैक्टिकल नहीं हो सकता है और इसे लागू करने में कई चुनौतियाँ सामने आएँगी। इसकी सबसे बड़ी वजह ये है कि इस वक़्त देश भर में काम कर रहे कैब ड्राइवर्स में से 5% भी महिलाएं नहीं है। ऐसे में जेंडर चुनने का ऑप्शन इस समय इतना ज्यादा असरदार नहीं होगा।


फीचर को लागू करने से सर्विस टाइम बढेगा। महिला ड्राइवर्स की कमी होने की वजह से बुकिंग टाइम बढ़ जायेगा। इसकी दिक्कत रात के समय और भी ज्यादा बढ़ जाएगी, जब ड्राइवर्स की कमी हो जाती है।


इस लिंक को शेयर करें

ads
लेटेस्ट खबरें
ads
© 2025 Bharat Raftar. All rights reserved. Powered By Zentek.