5 साल बाद मिली छूट: सेना के जवान कर सकेंगे सोशल मीडिया का सीमित इस्तेमाल, वॉट्सएप पर मैसेज कर सकेंगे, लेकिन इंस्टाग्राम पर कमेंट और पोस्ट नहीं

Indian Army Social Media Guidelines 2025: पांच साल के लम्बे समय के बाद भारतीय सेना के जवानों को सोशल मीडिया इस्तेमाल करने की फिर से अनुमति मिल गयी है। 2020 में सेना के जवानों द्वारा सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर जो प्रतिबन्ध लगाया गया था, उसे कुछ शर्तों के साथ वापस खोल दिया गया है।
भारतीय सेना ने हाल ही में अपने जवानों के लिए सोशल मीडिया ऐप्स के उपयोग को लेकर नई गाइडलाइन्स जारी की है। इन गाइडलाइन्स के तहत अब सेना के जवान इंस्टाग्राम पर रील्स, फोटो और वीडियो तो देख सकेंगे, लेकिन किसी भी तरह का कमेंट या कोई पोस्ट नहीं कर सकेंगे। यह कदम जवानों को उनके परिवार और बाहर की दुनिया से जोड़ने, उनकी मानसिक सेहत और मनोरंजन को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है, क्योंकि लंबे समय तक ड्यूटी पर रहने वाले सैनिकों के लिए सोशल मीडिया एक राहत का साधन हो सकता है। (Social Media Access to Soldiers)
सुरक्षा बलों के लिए जवानों का सोशल मीडिया का इस्तेमाल करना हमेशा से एक चुनौती रहा है। क्योंकि इसके रास्ते दुश्मन देश भारत की गोपनीय जानकारी पाने की कोशिश कर रहा था। वर्ष 2020 के पहले पाकिस्तान द्वारा सोशल मीडिया के इस्तेमाल से भारतीय सेना के जवानों को हनीट्रैप में फंसाने के कई मामले सामने आ रहे थे। इस तरह के ट्रैप्स के चलते भारत की कई संवेदनशील और खुफिया जानकारी पाकिस्तान की ISI को लीक होने की घटनाएँ हुई थी। ऐसी संवेदनशील सूचना जुटाकर पाकिस्तान और चीन भारत के लिए बॉर्डर एरिया में दिक्कतें पैदा कर रहे थे। इस वजह से भारतीय सेना के लिए सोशल मीडिया एप्स का इस्तेमाल बंद हो गया था। (Honey Trap Prevention in Indian Army)
लेकिन अब कुछ पाबंदियों के साथ इसके इस्तेमाल को वापस हरी झंडी मिल गयी है। नई गाइडलाइन के तहत, जवान वॉट्सएप और टेलीग्राम जैसे मैसेजिंग ऐप्स का इस्तेमाल कर सकेंगे और उनपर गैर-गोपनीय जानकारी भी शेयर कर सकेंगे। इसका मतलब है कि परिवार या दोस्तों से व्यक्तिगत बातचीत जारी रखी जा सकती है, लेकिन किसी भी तरह का संवेदनशील डेटा शेयर नहीं होगा।
साथ ही, यूट्यूब, इन्स्टाग्राम और एक्स का इस्तेमाल केवल जानकारी पाने और थोडा बहुत बाहरी दुनिया से जुड़ने तक के लिए सीमित रहेगा। किसी भी तरह का कंटेंट पोस्ट करने या दूसरे पोस्ट पर कमेंट करने की मनाही होगी। इसके अलावा, लिंक्डइन, स्काइप और सिग्नल जैसे ऐप्स के लिए भी विशेष दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। अनजान लोगों से बात करने, लोकेशन की जानकारी साझा करने और यूजर जनरेटेड कंटेंट शेयर नहीं किया जा सकेगा। ऐसा करने की स्थिति में सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी। सेना का मानना है कि यह नीति जवानों को आधुनिक तकनीक से जोड़े रखेगी, लेकिन साइबर खतरों से बचाएगी।
इस लिंक को शेयर करें