Aravalli Protest: अधूरा ही रह गया अरावली पर NSUI का प्रदर्शन, क्या बेटे को जल्द सियासत में उतारेंगे सचिन पायलट?

NSUI Protest over Aravalli: अरावली मामले को लेकर कांग्रेस बीजेपी सरकार के खिलाफ हल्ला बोल रही है। इसी कड़ी में कांग्रेस की छात्र इकाई NSUI यानी नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया ने जयपुर में अरावली बचाओ-भविष्य बचाओ अभियान के तहत पैदल मार्च किया। जो जालूपुरा से कलेक्ट्रेट सर्किल तक जाना था लेकिन पुलिस ने बीच में ही इस मार्च को रोक दिया। जिसे लेकर NSUI कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच तीखी नोंकझोंक भी हुई। हालात बिगड़ते देखते हुए सचिन पायलट ने गवर्नमेंट हॉस्टल पर ही मार्च खत्म करने का ऐलान कर दिया।
क्या सियासत में अपने बेटे को जल्द उतारेंगे सचिन पायलट?
NSUI के इस प्रोटेस्ट की सबसे खास बात ये रही कि इसमें AICC महासचिव सचिन पायलट पहली बार अपने बेटे अरान पायलट के साथ शामिल हुए। पायलट की सियासत में ये पहली बार था कि वो अपने बेटे को किसी सियासी प्रोटेस्ट में साथ लेकर चले हैं। इसने कई राजनीतिक जानकारों को इस चर्चा का विषय दे दिया है कि क्या पायलट अपने बेटे को जल्द ही सियासत में उतारना चाहता हैं। बता दें कि सचिन पायलट के दो बेटे हैं आरान पायलट और विहान पायलट। सचिन पायलट के दोनों ही बेटे इस तरह के राजनीतिक कार्यक्रमों में कम ही दिखते हैं लेकिन अब सचिन पायलट खुद ही आरान पायलट को लेकर सियासत में उतरे हैं।
अरावली मुद्दे पर कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि राजस्थान में रेगिस्तान का विस्तार अरावली पर्वतमाला द्वारा नियंत्रित है। अगर ये पर्वत न होते तो रेगिस्तान दिल्ली तक फैल जाता। या तो सरकार इस तरह से काम करने के लिए मजबूर है, या फिर उसकी मंशा कुछ और है। भाजपा हर जगह सत्ता में है, लेकिन उसकी मंशा सही नहीं है।
बेनीवाल के घर के सामने ही बना दिया था पायलट का मंच
इधर एक और चर्चा सियासत के गलियारों में गर्मा रही है। वो ये कि अरावली के लिए प्रदर्शन के लिए बने NSUI के मंच को नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने हटवा दिया। दरअसल जालूपुरा में जो मंच NSUI ने बनवाया था वो हनुमान बेनीवाल के आवास के ठीक सामने था, जिस पर बेनीवाल ने आपत्ति जताई और मंच को वहां से हटवा दिया और 200 मीटर आगे बढ़कर उसे लगाया।
इस लिंक को शेयर करें