तो आप ही कर लो ये अब मैं CM से बात करूंगा..जब सीकर में कलेक्टर पर भड़क उठे मंत्री, जाते हुए फेंके कागज, Video Viral

Sanjay Sharma Sikar DM Viral Video: प्रदेश के वन मंत्री संजय शर्मा के एक वीडियो सोशल मीडिया पर जबरदस्त वायरल हो रहा है। जिसमें वो सीकर के कलेक्टर मुकुल शर्मा पर भड़कते हुए नजर आ रहे हैं। अधिकारियों की लापरवाही देखकर वे इस कदर नाराज हुए कि उन्होंने कलेक्टर साहब को कह दिया कि 'ये क्या तरीका है आपका, अब ही चलाओ जिले को मैं जा रहा हूं' और इतना कहकर वे कागज मेज पर फेंक कर जाने लगे। ये वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर अपलोड हुआ, सियासी गलियारे में इसकी चर्चा होने लगी। वहीं सोशल मीडिया पर कुछ लोग मंत्री के कदम को सही बता रहे हैं तो कुछ गलत। लेकिन जरा ये जानते हैं कि आखिर यहां पर हुआ क्या था?
शिविर के औचक निरीक्षण पर गए थे मंत्री
दरअसल वन मंत्री संजय शर्मा को सीकर का प्रभारी बनाया गया है। वे सीकर में लगे एक शहरी सेवा शिविर के औचक निरीक्षण पर पहुंचे थे। जहां उन्होंने देखा कि ना तो वहां पर जिम्मेदार अधिकारी है और ना ही कर्मचारी। इस पर संजय शर्मा काफी नाराज हुए। उन्होंने वहां पर मौजूद RO महेश योगी से शिविर में हुए कार्यों की लिस्ट मांगी कि अब तक क्या-क्या काम हुआ है और क्या होना है। तो महेश योगी ने अपने फोन में लिस्ट दिखाई, इस पर संजय शर्मा ने कहा कि तमीज़ से प्रिंट आउट लेकर आओ, मुझे समझ क्या रखा है मैं कोई मामूली कर्मचारी हूं क्या? मैं मंत्री हूं। लेकिन कर्मचारियों और मौजूद अधिकारियों के पास प्रिंट में सूची नहीं थी। जिस पर संजय शर्मा का पारा और चढ़ गया।
DM ने नगर परिषद के कर्मियों का पक्ष लिया तो भड़के संजय शर्मा
मंत्री के शिविर में पहुंचने की खबर मिलते ही DM मुकुल शर्मा मौके पर पहुंचे। तब संजय शर्मा ने उनके साथ मीटिंग ली। इस मीटिंग में सीकर में सड़कों पर लाइट और मेकओवर को लेकर मंत्री संजय शर्मा ने सवाल पूछे तो उन्हें कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। सवाल पूछने पर वहां मौजूद एक पूर्व पार्षद ने इस मुद्दे पर भ्रष्टाचार होने की बात कही, जिसे बीच में टोकते हुए DM मुकुल शर्मा ने नगर परिषद का पक्ष रखा। बस इसी बात संजय शर्मा का गुस्सा फूट कर बाहर निकल पड़ा। उन्होंने चिल्लाते हुए कलेक्टर से कहा कि इन कर्मियों को बचाने की जरूरत नहीं है, उन्होंने एक महिला की शिकायत का हवाला देते हुए कहा कि ये लोग प्रशासन की असलियत सामने लेकर आ रहे हैं और आप दोषियों को बचा रहे हैं। इस पर कलेक्टर ने जब अपना पक्ष रखने की कोशिश की तो संजय शर्मा ने कहा कि "आप कहना क्या चाह रहे हो? मैं यहां गलत आ गया हूं, कोई कुछ कहेगा तो मैं सुनूंगा नहीं क्या? सारा निर्णय आप करोगे क्या? आप ही कर लो फिर, जब आपके अधिकारी मान ही रहे हैं कि गलती है तो आप हस्तक्षेप क्यों कर रहे हो? मैं सीधा लोगों को सुन रहा हूं, तो आपका ये क्या तरीका है, आप जबरदस्ती की बात कर रहे हो, ऐसे चलाओगे शिविर को?"
संजय शर्मा ने कहा कि कलेक्टर साहब, आप इस जिले के मुखिया हो तो आप कैसी बात कर रहे हो, इसके बाद जब DM ने फिर कुछ कहा तब संजय शर्मा ने मेज पर कागज फेंकते हुए कहा कि छोड़ो फिर, आप ही चलाओ शहर, जा रहां हूं मैं , अब सीएम से ही बात करुंगा। इस मुद्दे पर उन्होंने मीडिया से भी कहा कि जो भी यहां शिविर में हो रहा है उसकी रिपोर्ट अब वो मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को सौपेंगे। हालांकि अब इस मामले को नेताओं और नौकरशाही के बीच बढ़ते तनाव के तौर पर देखा जा रहा है।
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