दिवाली पर ना करे सेहत से खिलवाड़, जानें क्यों बढ़ता है शुगर

दिवाली सेलिब्रेट कर रहे हैं और सेहत के ख्याल में मिठाई न खाएं तो कुछ अधूरा सा लगता है। अगर मिठाई खा लें तो ब्लड शुगर शूट-अप कर जाता है। जिन लोगों को डायबिटीज है, उनके लिए यह सबसे बड़ी मुश्किल है।
अगर थोड़ी समझदारी और संयम बरतें तो आप दिवाली में मिठाइयों का पूरा मजा ले सकते हैं। इसमें ब्लड शुगर भी बेकाबू नहीं होगा।
भारत में डायबिटिक पेशेंट तेजी से बढ़ रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, 45 साल से ज्यादा उम्र के लगभग 20% लोग इससे प्रभावित हैं। इसका मतलब है कि भारत में लगभग 5 करोड़ से ज्यादा लोगों को डायबिटीज है। एक बड़ी संख्या उन लोगों की भी है, जिन्हें बॉर्डर लाइन डायबिटीज है।
इसलिए 'फिजिकल हेल्थ' में आज जानेंगे कि दिवाली में सुरक्षित ढंग से मिठाई कैसे खाएं। साथ ही जानेंगे कि-
त्योहारों में ब्लड शुगर क्यों बढ़ता है?
सुरक्षित मिठाई खाने के क्या तरीके हैं?
दिवाली जैसे त्योहारों में घर में ढेर सारी मिठाइयां रहती हैं। रसगुल्ला, गुलाब जामुन या लड्डू में चीनी और घी की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। ये चीजें शरीर में तेजी से ग्लूकोज रिलीज करती हैं, जिससे ब्लड शुगर स्पाइक हो जाता है। अगर आप डायबिटिक हैं तो इंसुलिन का बैलेंस बिगड़ सकता है।
अगर डाइट पर ध्यान न दिया जाए तो त्योहार में डायबिटिक लोगों का ब्लड शुगर लेवल लगभग 20-30% तक बढ़ जाता है। मिठाइयों के अलावा तले-भुने स्नैक्स और तनाव भी शुगर लेवल को बढ़ाते हैं। लेकिन अगर आप पहले से प्लानिंग करें तो यह समस्या टाली जा सकती है।
दिवाली में सुरक्षित तरीके से मिठाई कैसे खाएं?
एक्सपर्ट के अनुसार अगर ज्यादा मिठाई खाएंगे तो उसका नुकसान तो शरीर को होगा। अब करना ये है कि इसे ऐसे खाएं कि स्वाद भी मिल जाए और सेहत पर बहुत अधिक प्रभाव भी न पड़े। इसके लिए सबसे अच्छा तरीका ये है कि मिठाई संयम से खाएं। एक बार में ही बहुत ज्यादा मिठाई न खाएं। इसके लिए एक निश्चित समय तय कर सकते हैं। इसे खाने से पहले पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन और फाइबर से भरपूर चीजें खाएं। इसका मतलब ये है कि खूब सारा सलाद खाने के बाद थोड़ी मिठाई खा सकते हैं।
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